नई पुस्तकें >> स्वप्न ज्योतिष स्वप्न ज्योतिषगया प्रसाद पाण्डेय
|
0 5 पाठक हैं |
दो शब्द
प्राणी प्रायः स्वप्न देखते हैं और उसका फल जानने के विशेष इच्छुक भी रहते हैं। इस विषय पर अनेकों पुस्तकें देखने को मिलती हैं परन्तु कोई विस्तृत पुस्तक न मिलने से लोगों को निराश होना पड़ता था। बहुत दिनों पहले मेरे मन में एक प्रबल इच्छा उठो थी एक स्त्रप्न ज्योतिष की वृहद पुस्तक लिखूँ, जिससे पाठकों को सम्यक रीति से ज्ञान प्राप्त हो सके। यहाँ यह भी लिखना आवश्यक है कि दिन के स्वप्न का कुछ फल नहीं होता। रात्रि में देखे गये स्वप्नों का ही फल होता है। अतः अनेकानेक पुराणों के अध्ययन के पश्चात् अब आपको सेवा में ‘स्वप्न ज्योतिष’ नामक, यह पुस्तक प्रस्तुत कर रहा हूँ। यदि इससे आप लाभाविन्त हों तो मैं अपना परम सौभाग्य मानूंगा एवं अपने अयक परिश्रम को सफल समझूंगा।
आशा है इस पुस्तक को आप अवश्य अपनायेंगे।
- गयाप्रसाद पाण्डेय
|